What is PCOS: क्या आप अनियमित पीरियड्स, अनचाहे बालों की वृद्धि या वजन कम करने में परेशानी का सामना कर रही हैं? आप अकेली नहीं हैं। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) महिलाओं में होने वाली एक आम हार्मोनल स्थिति है। यह तब होता है जब आपके अंडाशय कई छोटे सिस्ट (द्रव से भरे थैली) विकसित कर लेते हैं और आपका शरीर सामान्य से अधिक मात्रा में मस्कुलर हार्मोन (टेस्टोस्टेरॉन) का उत्पादन करता है।
PCOS क्या है?
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) आजकल महिलाओं में एक बहुत ही कॉमन बीमारी बन चुकी है। हार्मोन से जुड़ी इस बीमारी की मुख्य वजह स्ट्रेस और गलत लाइफस्टाइल मानी जाती है। कई बार यह समस्या जेनेटिक भी हो सकती है। सबसे गंभीर बात यह है कि PCOS को भी शुगर और ब्लड प्रेशर की तरह एक लाइफस्टाइल डिजीज माना जाता है। एक बार यह बीमारी हो जाए तो इसे पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन दवाओं, खानपान और एक्सरसाइज से इसे काफी हद तक मैनेज किया जा सकता है।
PCOS के लक्षण
PCOS का सबसे आम लक्षण अनियमित पीरियड्स हैं। इसमें पीरियड्स का समय पर ना आना या पीरियड साइकल में बदलाव आना शामिल है। लंबे समय तक पीरियड्स ना आना भी इसके लक्षणों में से एक है। चेहरे पर ज्यादा बाल आना, मुंहासे और मोटापा भी इसके मुख्य लक्षण हैं। यह समस्या युवा लड़कियों से लेकर 30 साल की उम्र तक की महिलाओं में सबसे ज़्यादा होती है।
PCOS और प्रजनन क्षमता
PCOS का सबसे बुरा असर प्रजनन क्षमता पर पड़ता है। इस बीमारी में पीरियड्स अनियमित होते हैं और यह रिप्रोडक्टिव ऑर्गन्स पर असर डालता है, जिसकी वजह से प्रेगनेंसी में समस्या आ सकती है। हालांकि, इस बीमारी के होने की कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार तनाव, खराब लाइफस्टाइल और जेनेटिक कारण इसकी मुख्य वजह हो सकते हैं।
PCOS से बचाव के उपाय
अगर आपके पीरियड्स अनियमित हैं, चेहरे पर बाल ज्यादा हैं, मुंहासे और मोटापे की समस्या है तो आपको एक बार डॉक्टर से जरूर परामर्श लेना चाहिए। डॉक्टर ब्लड टेस्ट और अल्ट्रासाउंड की मदद से इस बीमारी को डाइग्नोस कर सकते हैं। अगर PCOS है तो डॉक्टर की बताई दवाएं लेने के साथ-साथ अपने रुटीन में भी बदलाव करें।
रोजाना फिजिकल एक्टिविटी को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। हेल्दी डाइट लें, जिसमें फल, सब्जियां और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ शामिल हों। समय पर भरपूर नींद लें और तनाव से दूर रहें। इसके अलावा PCOS को मेंटेन रखने के लिए एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना भी जरूरी है।
एक हेल्दी लाइफस्टाइल का महत्व
हेल्दी लाइफस्टाइल में रेगुलर एक्सरसाइज, बैलेंस्ड डाइट और मानसिक शांति शामिल है। रेगुलर एक्सरसाइज से आपका मेटाबॉलिज्म अच्छा रहता है और शरीर में हार्मोन का बैलेंस बना रहता है। बैलेंस्ड डाइट से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं और मानसिक शांति से तनाव कम होता है।
हेल्दी डाइट में क्या शामिल करें?
हेल्दी डाइट में फ्रेश फ्रूट्स, सब्जियां, नट्स, सीड्स, होल ग्रेन्स और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें। शुगर और प्रोसेस्ड फूड्स से दूर रहें। हाइड्रेशन पर भी ध्यान दें और दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
मानसिक शांति और स्ट्रेस मैनेजमेंट
मानसिक शांति और स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए योग, मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। यह न सिर्फ आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं, बल्कि हार्मोनल बैलेंस भी बनाए रखने में मदद करती हैं।
रेगुलर चेकअप का महत्व
PCOS को कंट्रोल में रखने के लिए रेगुलर चेकअप बहुत जरूरी है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार ब्लड टेस्ट और अल्ट्रासाउंड कराते रहें।
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पीसीओएस जागरूकता
PCOS के बढ़ते मामलों की वजह से हर साल सितंबर में PCOS जागरूकता अभियान चलाया जाता है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को इस बीमारी के बारे में जानकारी देना और उन्हें इसके बचाव के उपाय बताना है।
PCOS एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसे सही लाइफस्टाइल और डॉक्टर की सलाह से मैनेज किया जा सकता है। हेल्दी डाइट, रेगुलर एक्सरसाइज और मानसिक शांति बनाए रखकर आप इस बीमारी से काफी हद तक बच सकते हैं। अगर आपको इस बीमारी के लक्षण नजर आते हैं तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करें और उनके निर्देशों का पालन करें।
पीसीओएस के प्रति जागरूक रहें और दूसरों को भी इसके बारे में जानकारी दें। सही जानकारी और सही कदम उठाकर ही हम इस बीमारी को कंट्रोल में रख सकते हैं और एक हेल्दी और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।