Gujarat Monsoon 2024: क्या गुजरात पर मंडरा रही है पुर की आपत्ति ?

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Gujarat Monsoon 2024

गुजरात में इस साल मानसून की शुरुआत समय पर हुई है, जिससे राज्य के विभिन्न हिस्सों में अच्छी वर्षा हो रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, इस वर्ष Gujarat Monsoon 2024 सामान्य से बेहतर रहने की संभावना है, जिससे किसानों और जल संसाधनों के लिए बेहतर परिस्थितियाँ उत्पन्न हो रही हैं।

Gujarat Monsoon 2024 Update

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ताजा बुलेटिन के अनुसार, सक्रिय मानसून के कारण अगले चार दिनों तक गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश होगी। साथ ही, इस दौरान पूरे राज्य में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

आईएमडी बुलेटिन के अनुसार, सूरत, नवसारी, वलसाड, दमन, दादरा और नगर हवेली, जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, द्वारका और कच्छ में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी के कारण रेड अलर्ट जारी किया गया है, कुछ क्षेत्रों में आज अत्यधिक भारी बारिश की उम्मीद है।

इस बीच, बनासकांठा, पाटन, पंचमहल, दाहोद, वडोदरा, छोटा उदयपुर, नर्मदा, भरूच, डांग्स, तापी, राजकोट, अमरेली, भावनगर, मोरबी और गिर सोमनाथ में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मेहसाणा, साबरकांठा, गांधीनगर, अरावली, खेड़ा, अहमदाबाद, आणंद, महिसागर, सुरेंद्रनगर, बोटाद और दीव में भारी बारिश की संभावना है, ये सभी येलो अलर्ट पर हैं।

2 जुलाई को सूरत, नवसारी, वलसाड, दमन, दादरा नगर हवेली, जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, द्वारका और कच्छ के लिए ऑरेंज अलर्ट भेजा गया था। इसमें कुछ जगहों पर बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई थी। वहीं, राज्य के अन्य सभी जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।

3 जुलाई को दक्षिण गुजरात के दूरदराज के इलाकों खासकर सूरत, नवसारी, वलसाड और दमन और दादरा नगर हवेली में भारी बारिश होने की संभावना है। बनासकांठा, पाटन, पंचमहल, दाहोद, वडोदरा, छोटा उदेपुर, नर्मदा, भरूच, डांग, तापी और दमन और दादरा नगर हवेली में बारिश की अधिक संभावना है। इसके अलावा सौराष्ट्र के जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, द्वारका, गिर सोमनाथ, कच्छ और दीव जैसे इलाकों में भारी बारिश होगी।

Gujarat Monsoon 2024

वर्षा का प्रकारवर्षा की मात्रा (मिलीमीटर में)
बहुत हल्की से हल्की वर्षा0.1 – 15.5 मिमी
मध्यम वर्षा15.6 – 64.4 मिमी
भारी वर्षा64.5 – 115.5 मिमी
बहुत भारी वर्षा115.6 – 204.4 मिमी
अत्यधिक भारी वर्षा204.5 मिमी या अधिक
  1. दक्षिण गुजरात: वलसाड, सूरत, नवसारी और डांग जैसे क्षेत्रों में भारी वर्षा हो रही है। इन इलाकों में नदियाँ और तालाब अच्छी तरह से भर चुके हैं।
  2. मध्य गुजरात: वडोदरा, आणंद और खेड़ा जिलों में मध्यम से भारी वर्षा दर्ज की गई है। फसलें अच्छी स्थिति में हैं और किसान संतुष्ट हैं।
  3. उत्तर गुजरात: अहमदाबाद, गांधीनगर, मेहसाणा और पाटण में भी अच्छी बारिश हो रही है। हालांकि, कुछ इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
  4. कच्छ और सौराष्ट्र: इन इलाकों में सामान्य से अधिक वर्षा हो रही है। राजकोट, जामनगर, भावनगर और कच्छ में जल स्तर अच्छा है और जलाशयों में पानी की मात्रा बढ़ रही है।

कृषि पर प्रभाव

गुजरात में मानसून की अच्छी स्थिति से खेती पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। धान, कपास, मूंगफली और बाजरा जैसी प्रमुख फसलें अच्छी तरह से विकसित हो रही हैं। किसानों को उम्मीद है कि इस वर्ष फसल उत्पादन बेहतर रहेगा।

जलाशयों और बांधों की स्थिति

राज्य के प्रमुख जलाशय और बांध अच्छी स्थिति में हैं। नर्मदा बांध, उकाई बांध और अन्य प्रमुख जलाशयों में जल स्तर पर्याप्त मात्रा में है, जिससे पीने के पानी और सिंचाई की सुविधाएँ सुनिश्चित की जा सकेंगी।

मौसम विभाग की सलाह

मौसम विभाग ने नागरिकों को अगले कुछ दिनों में भारी वर्षा की संभावना के कारण सतर्क रहने की सलाह दी है। तटीय इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है। गुजरात में मानसून की स्थिति संतोषजनक है और इससे राज्य की कृषि, जल संसाधन और सामान्य जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, इसलिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

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